(हाल-ए-लायंस क्लब जलंधर PART-2) प्रधान ने 18 जून को प्रस्तावित बोर्ड और जनरल मीटिंग को अवैध, असंवैधानिक और निरस्त किया घोषित !
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जालंधर, 16 जून : लायंस क्लब जालंधर में आंतरिक कलह और अधिकारों की खींचतान अब सार्वजनिक मंचों पर साफ नज़र आने लगी है। क्लब के अध्यक्ष लायन श्री राम आनंद ने 18 जून 2025 को प्रस्तावित बोर्ड और जनरल मीटिंग को अवैध, असंवैधानिक और निरस्त घोषित किया है। उन्होंने इस संबंध में एक आधिकारिक पत्र जारी कर सदस्यों को सूचित किया है कि व्हाट्सएप के माध्यम से फैलाई गई बैठक की सूचना न केवल असंवैधानिक है, बल्कि क्लब के संविधान का उल्लंघन भी करती है।
क्लब संविधान का हवाला देते हुए विरोधियों पर उठाया सवाल
पत्र में अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से लायंस क्लब के संविधान के अनुच्छेद VI (मीटिंग्स), धारा 4 का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी विशेष बैठक को बुलाने का अधिकार केवल अध्यक्ष के पास होता है। यदि अध्यक्ष बैठक बुलाने में असफल रहते हैं, तो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का बहुमत उसे बुला सकता है, लेकिन इसके लिए बैठक से कम से कम 10 दिन पहले सभी सदस्यों को लिखित रूप से सूचना देना अनिवार्य है। यह सूचना डाक, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम या व्यक्तिगत रूप से दी जा सकती है।
'संदेश मिला देर से, परिवारिक व्यस्तताओं के कारण नहीं बुला सका बैठक'
क्लब प्रधान श्रीराम आनंद ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि उन्हें संबंधित सदस्यों द्वारा बैठक बुलाने का अनुरोध 13 जून 2025 को प्राप्त हुआ, जबकि वह पारिवारिक कारणों से व्यस्त थे और तय समय में बैठक नहीं बुला सके। उन्होंने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही वह इस संबंध में एक बैठक बुलाएंगे और विधिवत सूचना सभी को भेजी जाएगी।
व्हाट्सएप पर फैलाई गई सूचना को बताया 'शून्य और निरस्त'
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 18 जून 2025 को प्रस्तावित बैठक की सूचना उचित प्रक्रिया के अंतर्गत नहीं दी गई है और न ही नियमानुसार 10 दिन पूर्व सूचना जारी की गई। अतः यह बैठक पूर्णतः असंवैधानिक, अवैध और शून्य (null & void) मानी जाएगी।
लायंस क्लब में दो धड़ों की लड़ाई हुई तेज
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया है कि लायंस क्लब जालंधर में आंतरिक प्रशासन को लेकर दो धड़ों में जबरदस्त खींचतान चल रही है। एक ओर जहां 35 से अधिक सदस्य बोर्ड मीटिंग बुलाकर अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाने की तैयारी में हैं, वहीं दूसरी ओर अध्यक्ष स्वयं इसे असंवैधानिक ठहरा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि क्लब के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा इस विवाद को कैसे सुलझाया जाता है और क्या सदस्य व संविधान के बीच कोई संतुलन स्थापित किया जा सकेगा या नहीं।
एक सदस्य पूरे क्लब को बर्बाद करने पर तुला, इनके सारे काम असंवैधानिक – श्रीराम आनंद
क्लब प्रधान श्रीराम आनंद ने हाट न्यूज़ इंडिया से विशेष बातचीत में कहा कि केवल एक ही क्लब सदस्य है, जो पूरे क्लब को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। 2 जून को हुई मीटिंग में मेरे खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया, स्टेज पर सीनियर सदस्यों से माईक छीना गया, मेरे खिलाफ कई बार साजिश रची गई, यहां तक कि मेरे घर आकर भी मुझे धमकाया गया। मौजूदा हालातों में जो भी पत्राचार व्हाटसएप ग्रुपों मे किया जा रहा है, वह सरासर गलत एवं असंवैधानिक है। जिसके चलते मुझे मजबूरीवश यह पत्र जारी करना पड़ा। जब उनसे पूछा गया कि क्या 18 जून को घोषित की गई मीटिंग होगी, तो उन्होंने कहा कि लायंस भवन में स्टाफ को आदेश जारी कर दिया गया है कि 30 जून तक हाल को ताला लगाकर रखा जाएगा। अगर कोई सदस्य मीटिंग या कोई अन्य एक्टिविटी करना चाहता है तो उसके लिए मेरे से बात करनी होगी और अगर कोई खुद ही ताला तोड़ता है, तो उसकी पूरी ज़िम्मेदारी उनके ऊपर होगी।

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